संत का विरोध पंथ निरपेक्ष शब्द पर कड़ी आपत्ति जताई, दिग्विजयसिंह को बताया देश द्रोही,जनसंख्या नियंत्रण कानून का हो कड़ाई से पालन
साधु संतों ने पंथ निरपेक्ष शब्द पर कड़ी आपत्ति जताई। संतो ने कहा कि साजिश के तहत संविधान में पंथ निरपेक्ष शब्द को जोड़ा है। सन्तो ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने एमरजेंसी के दौरान गैरकानूनी रूप से संविधान में संशोधन कर पंथ निरपेक्ष शब्द जोड़ कर संविधान की प्रस्तावना को बदल दिया था। जिसे कभी छेड़ा भी नही जा सकता है। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष आनंद स्वरूप महाराज ने राष्ट्रपति को 10 हजार सन्तो द्वारा हस्ताक्षरित पत्र भेजकर संविधान में संशोधन कर पंथनिरपेक्ष शब्द हटाकर हिन्दू राष्ट्र शब्द जोड़ने की मांग की। यह पत्र पीएम, गृहमंत्री, कानून मंत्री को भी भेजा जा रहा है।
आनंद स्वरूप महाराज ने चेतावनी दी है। कि अगर संविधान से इस शब्द को नही हटाया गया तो एक लाख संत दिल्ली की सड़कों पर आंदोलन करेंगे। और जब तक सरकार पंथनिरपेक्ष शब्द को संविधान से नही हटाती है। तब तक संत आंदोलित रहेंगे।
स्वामी आनंद स्वरूप भारती ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह पर भी जोरदार हमला करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह के इतिहास हमेशा से काला रहा है। और कांग्रेस हमेशा से पाकिस्तान के साथ खड़ी रही है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के उस बयान, जिसमे दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर काश्मीर से धारा 370 हटाने की बात कही थी। कहा कि अगर कांग्रेस कश्मीर से धारा 370 हटाना चाहती है। तो वह पहले ऐसे अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करें। उन्होंने कहा कि इसी से लगता है। कि कांग्रेस काशमीर को फिर से आतंकियों के हाथ मे सौंपना चाहती है। उन्होंने दिग्विजय को देशद्रोहि बताते हे उन्हें जेल में डालने की मांग भी की
स्वामी आनंद स्वरूप भारती ने जनसंख्या नियंत्रण कानून को भी देश के लिए जरूरी बताते हुए कहा की कानून जल्द बने और इसका कड़ाई से पालन भी हो
