हरिद्वार
चंडी चौदस के उत्सव पर धर्मनगरी हरिद्वार में पहाड़ों की ऊँची चोटी पर स्थित सिद्धपीठ माँ चंडी देवी मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्तो की भारी संख्या मे भीड़ देखने को मिल रही है। लम्बी लम्बी लाइनों मे लगकर श्रद्धालुओं ने माँ चंडी के दर्शन कर परिवार और देश की सुख शांति की कामना की। इस मंदिर की मान्यता है की शुंभ निशुंभ राक्षसों का वध करने के लिए मां चंडी खम्भ के रूप में यहाँ पर प्रकट हुई और तभी से मां चंडी के रूप में यहां माँ विराजमान है। चंडी चौदस के दिन मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता हैं। वहीं भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इतंजाम किए हुए है। और दर्जन भर सीसीटीवी कैमरों से भी दर्शन करने आये भक्तो पर नजर रखी जाती हैं।
मां चंडी देवी के दर्शन करने के लिए देश ही नहीं विदेश से भी भारी संख्या में श्रद्धालु चंडी चौदस के उत्सव पर मां के दर्शन करने पहुंचे हैं। चंडी मंदिर के मुख्य पुजारी महंत रोहित गिरी ने बताया जब शुंभ निशुंभ राक्षसों का माँ चंडी ने वध किया तो माँ का क्रोध शांत करने के लिए इंद्र आदि देवी देवताओं ने माँ की स्तुति और मंगलगान गाये तब जाके माँ को शांत कराया गया। तभी से माँ चंडी देवी यहाँ पर विराजमान है माना जाता है जो भी श्रद्धालु अष्टमी, नवमी और चतुरदर्शी पर पूजा अर्चना करता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है।