स्वस्थ रहने को सही श्वसन विधि का अभ्यास जरुरी: आचार्य भूपेंद्र

रायवाला

अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर विभिन्न संस्थाओं, विद्यालयों में योगाभ्यास किया गया और योग से मानव शरीर को लाभ से सम्बन्धित जानकारी दी गयी। मंगलवार को अर्हत योग न्यास ऋषिकेश के आयोजन पर विरभद्र में गंगा तट पर योगाभ्यास शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें योगाचार्य भूपेन्द्र शुक्ला ने कहा कि जीवन में सबसे जरूरी है कि शरीर स्वस्थ रहे, मन में संतुलन आए और चित्त शांत रहे। सही श्वसन विधि से यह सब संभव है। योग क्रियाओं के अभ्यास के साथ यह जरूरी है कि हम अपनी श्वसन पर ध्यान दें और सही विधि से सांस लेने का अभ्यास करें। रायवाला स्थित केंद्रीय विद्यालय रायवाला में भी आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पूरे उत्साह और जोशो खरोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के लगभग 1000 छात्रों ने तथा विद्यालय के सभी अध्यापकों एवं प्राचार्य द्वारा सामूहिक रुप से योगाभ्यास किया गया। विद्यालय में योगाभ्यास हरिपुरकलां की दीपाली और उपासना पौड़ेल के कुशल मार्गदर्शन में किया गया। इस अवसर पर प्राचार्या महोदया अनिता बिष्ट द्वारा छात्रों को योगाभ्यास के महत्व के बारे में भी बताया गया तथा सभी के द्वारा अपने दैनिक जीवन में योग को नियमित रुप से करने का प्रण भी लिया गया। प्राचार्या द्वारा बताया गया कि किस प्रकार हम नियमित रुप से योगाभ्यास करके हमेशा स्वस्थ एवं खुशहाल रह सकते हैं। दूर से प्राप्त जानकारी के अनुसार
राजकीय महाविद्यालय चिन्यालीसौड़ उत्तरकाशी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रातः 7:00 बजे से वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक एवं योग विशेषज्ञ डॉक्टर अशोक कुमार अग्रवाल के निर्देशन में योग सत्र का आयोजन किया गया | जिसमें उन्होंने सामान्य योग अभ्यास-क्रम (प्रोटोकॉल) के अनुसार वज्रासन ,नौकासन,उत्तानपादासन,पवनमुक्तासन,सर्वांगासन,भुजंगासन एवं कपालभाति, अनुलोम-विलोम भ्रामरी, हास्य योग एवं ध्यान का अभ्यास कराया l जिसमें महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी ने कहा कि योग, स्वस्थ जीवन हेतु दिनचर्या का एक अभिन्न अंग होना चाहिए | समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए योग की उपयोगिता इस बात से सिद्ध होती है कि योग किसी भी आयु के व्यक्ति को स्वस्थ शरीर व स्वस्थ मस्तिष्क प्रदान करता है l उन्होंने कहा कि भारत में ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और योग गुरु बाबा रामदेव जी के प्रयासों से घर-घर तक योग पहुंचा है l
इस अवसर पर योग विशेषज्ञ डॉ अशोक कुमार अग्रवाल ने शीर्षासन, सर्वांगासन, हलासन, शलभासन आदि योग का प्रदर्शन किया और कहा कि योग को अपनी दिनचर्या में शामिल किया जाना अति आवश्यक है, जिससे स्वस्थ मन के साथ स्वस्थ मस्तिष्क और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके|
आज के इस योग सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रभात द्विवेदी, डॉ सुमन द्विवेदी, समस्त प्राध्यापक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्राओं ने योगाभ्यास किया।