हरिद्वार
आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर धर्मनगरी हरिद्वार की हर की पौड़ी पर योगाभ्यास किया गया, श्री गंगा सभा और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित योगाभ्यास में डीपीएस स्कूल के बच्चे भी शामिल हुए, हर की पौड़ी पर योगाभ्यास के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री सौरव बहुगुणा, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा और महामंत्री तन्मय वशिष्ठ सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने योग किया,
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष होने पर देश अमृत महोत्सव मना रहा है , अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देश के 75 आईकॉनिक स्थानों पर आज योग अभ्यास किया गया है ,उन्होंने कहा कि हरिद्वार विश्व में आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से प्रख्यात है ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र संघ में योग का प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद आज युवक को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में 193 देश मना रहे हैं, उन्होंने कहा कि कोरोना काल में योग ने दुनिया को ठीक करने का काम किया है योग करने से व्यक्ति स्वस्थ और निरोगी रहता है। अग्नीपथ योजना पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा देखिए मैं बार-बार कह रहा हूं अग्नीपथ एक ऐसा आया है हमारे युवाओं के लिए की आज अग्नीपथ के माध्यम से जो हमारे युवा दसवीं पास करके गए हैं आर्मी में मुझको एक को लेना था हम 4 को ट्रेनिंग दे रहे हैं और तीन जो होंगे वह रेडी फॉर एंप्लॉयमेंट होंगे स्किल्ड होंगे यह पैरामिलिट्री मैं जाएंगे उनके लिए के लिए रिजर्व है स्टेट पुलिस में जाएंगे उनके लिए रिजर्व हैं आज आर्मी के सारे लोग इसके पक्ष में खड़े होकर बोल रहे हैं लेकिन देश के कुछ लोग जिनको मोदी सरकार के खिलाफ कुछ नहीं दिखता वह लोग युवाओं को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं युवाओं से आग्रह है की इन नेताओं के भरम में ना आए मोदी पर भरोसा रखें यह केवल आज दसवीं पास बच्चों को 4 साल का एस के लिंग दे कर के पैसे भी साथ में मिलेंगे रोजगार के भी अवसर मिलेंगे इससे बढ़िया और हो ही नहीं सकता है वही बिहार में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर बिहार सरकार अभी तक चुप बैठी है इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा अब उनको मैं कुछ नहीं कहूंगा इसको गंभीरता से जो लोग देखेंगे यह अग्निवीर लोगों को एक दिशा देने का काम करेगा मैं यही कहूंगा












