मानसून की बारिश को लेकर नगर निगम अलर्ट कराई जा रही नालों की साफ सफाई ताकि शहर न हो जलमग्न हरिद्वार
धर्मनगरी हरिद्वार में मानसून आने से पहले चाकचौबंद होंगी सफाई व्यवस्था,जिससे शहर में जलभराव की स्थिति कहीं भी उत्पन्न न हो और निगम की संपत्ति सहित लोगों की निजी संपत्ति को किसी प्रकार का नुकसान न पहुंचे। वहीं नालों की सफ़ाई नगर निगम के द्वारा 1महीने से चल रही है जो 75 परसेंट तक पूरी कर ली गयी है आने वाले कुछ दिनों में सभी नालों की सफाई हो जाएगी।जलभराव वाली जगहों पर बूस्टर पम्प की मदद से जल निकासी करने की व्यवस्था नगर निगम हरिद्वार के द्वारा की गई है वही नगर निगम हरिद्वार के द्वारा 2 टोल फ्री नंबर भी जारी किये गए हैं जिससे जनता अपनी जलभराव ओर बिजली पानी नगर निगम से जुड़ी समस्या को टोल फ्री नंबर के जरिए दर्ज करवा सकते है। और जनता को किसी भी तरह की कोई परेशानी ना हो इसके लिए नगर निगम हरिद्वार लगातार प्रयासरत है।
बता दे कि पहाड़ियों ओर गंगा नदी के तलहटी पर बसे हरिद्वार शहर की भौगोलिक परिस्थिति कई मैदानी इलाकों की तुलना में जलभराव की स्थिति उत्पन्न नहीं होने देती है, लेकिन हरकी पैड़ी बाजार सहित कुछ क्षेत्र ऐसा भी है। जहां अकसर जलभराव होता था। लेकिन मौजूदा समय में रानीपुर मोड़ सहित पानी निकासी की पुख्ता बूस्टर पंप अस्थायी व्यवस्था होने के साथ ही इस समस्या का भी समाधान हो गया है। जब रानीपुर मोड़ सहित अन्य इलाकों में पानी निकासी की पुख्ता व्यवस्था नहीं थी तो उस दौरान चंद्राचार्य चौक में ही जलभराव हो जाता था और इस कारण स्थानीय लोगों को आवाजाही के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ता था।
वही सहायक नगर आयुक्त एम एल शाह ने बताया कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में जलभराव की समस्या को लेकर नालों का चिन्हित करण किया गया था जिनमें जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी उनकी संख्या 124 है जिनकी सफाई पिछले 1 महीने से सफाई अभियान चलाकर लगातार चल रही है नगर निगम हरिद्वार के द्वारा 174 कर्मचारियों को इन नालों की सफाई के लिए लगाया गया है प्रत्येक नगर निगम हरिद्वार क्षेत्र में वार्ड 1 से लेकर 60 वार्डो में जो ऐसे नाले हैं जिनमें जलभराव की स्थिति होती है उनके सफाई अभीयान पिछले महीने से ही शुरू कर दिया गया था वही सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि कई क्षेत्र ऐसे हैं। जिनमें ढलान होने के कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न होती थी। उनमें मिट्टी की सफाई करवा दी गई है। जब जलभराव की स्थिति उत्पन्न होगी तो वहां के लिए हमारे पास पंपों की व्यवस्था है। पंप के माध्यम से ही पानी को निकाला जाता है। जिससे कि जलभराव की स्थिति सामान्य हो सके नगर निगम के द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। जिसमें दो टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं। जिससे किसी भी समस्या का समाधान जनता इन नंबरों पर कांटेक्ट करके नगर निगम को सूचना दे सकता है। 7 दिन के अंदर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता है। और जहाँ पर नालो में से निकला कूड़ा वही पर पड़ा है। उसको भी सूखने के बाद उठा लिया जायेगा। और हमारे द्वारा दो जेसीबी ओर हायर की गई है। ताकि मानसून की पहली बारिश से पहले कूड़ा उठा लिया जायेगा। अबकी बार हम सब अधिकारी इस जलभराव की समस्या को लेकर काफी मुस्तेद है।