लखीमपुर की घटना को लेकर किसानों ने रोके रेल के पहिये लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने रेल यातायात बाधित रखा। जिससे तीस ट्रेन बाधित रही । पुलिस व प्रशासन के अधिकारी किसान यूनियन के पदाधिकारियों को ट्रैक से हटने के लिये मनाते रहे लेकिन किसान ट्रैक पर जमे रहे। किसानो ने नारेबाजी करते हुए मंत्री के इस्तीफे व गिरफ्तारी की मांग की। अधिकारी किसानों को समझाते रहे लेकिन किसान रेल ट्रैक पर ही डटे रहे। भारतीय किसान यूनियन ने 18 अक्टूबर को लंढौरा रेलवे स्टेशन पर धरना देने की घोषणा की थी । रविवार की सुबह दस बजे से ही सयुंक्त मोर्चा के किसान रेलवे ट्रैक पर पहुंचने शुरू हो गए। भारी बारिश के बीच सेकड़ो किसान रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए । और ट्रैक पर ही धरना देकर बैठ गए। अधिकारियों के समझने बुझाने के बाद भी किसान ट्रैक से हटने को तैयार नही थे। भारी बारिश होने बाद भी किसान ट्रैक पर जमे रहे। ओर भाजपा सरकार के खिलाफ़ नारेबाजी करते रहे। भाकियू जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि किसान आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त नही किया जाता। और घटना के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी नही हो जाती। अधिकारियों के समझाने पर किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने धरना समाप्त कर दिया। और राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सोपा। जिसमे लखीमपुर खीरी की घटना के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की गई है।
जीआरपी उपाधीक्षक मनोज कुमार कत्याल ने कहा कि किसानों का धरना शांतिपूर्ण चल रहा है। किसान नेताओ से बातचीत चल रही है। सुरक्षा की दृष्टि से फोर्स लगाया गया। कहा कि किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है । वही एएसडीएम विजय नाथ शुक्ला ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर बैठे है। उनसे वार्ता चल रही है। किसानों की मांगे देशव्यापी है। कोई लोकल मांग नही है। किसान जल्द ही आंदोलन समाप्त कर देंगे।
2021-10-18