हरिद्वार
सनातन धर्म के अनुसार फागुन मास की चतुर्दशी को महा शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है इसलिए महाशिवरात्रि का त्यौहार नजदीक आते ही धर्मनगरी हरिद्वार में बम बम भोले की गूंज चारो तरह सुनाई दे रही है। हर की पौड़ी से बड़ी संख्या में कांवड़िए गंगाजल और कांवड़ लेकर अपने अपने शिवालयों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं।
मान्यता है कि भगवान शिव अपने भक्तो की सभी मनोकामनाएं पूरी करते है और इसलिए फागुन मास की महाशिवरात्रि से पहले तमाम शिव भक्तों का जत्था हरिद्वार पहुंचने लगा है। बम बम भोले के नारों के साथ एक बार फिर धर्मनगरी हरिद्वार भगवान शिव की भक्ति से सराबोर हो उठी है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे पड़ोसी राज्यो से शिवभक्त अपनी आस्था लेकर हरिद्वार पहुँच रहे है। यही नही भगवान भोले की जय जय कार करते ये शिव भक्त कई किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अपने शिवालयों तक पहुंचेंगे।
महाशिवरात्रि पर्व से पहले ही प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कांवड़ मार्ग पर जगह जगह पुलिस बल की तैनाती की है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद कांवड़ यात्रा पर नजर बनाए हुए है। सीएम धामी का कहना है कि सरकार का प्रयास है कि सबकी कांवड़ यात्रा मंगलमय हो इसको ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं। वो भगवान शिव से प्रार्थना करते हैं कि हरिद्वार आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हो।
मनोकामनाओ को पूर्ण करने वाले इस पर्व पर भक्तो का उत्साह देखते ही बनता है धर्मनगरी में शिव भक्तों के आगमन से धर्मनगरी शिवमयी हो गयी है।