100 सन्यासी 500 ब्रह्मचर्य को दे रहे दीक्षा

स्वामी रामदेव और आचार्या बालकिशन के सानिध्य में नो दिवसीय सन्यास दीक्षा महोत्सव का हुआ शुभारंभ, 100 सन्यासी 500 ब्रह्मचर्य को दे रहे दीक्षा

हरिद्वार

हरिद्वार पतंजलि संयास आश्रम के पास ऋषि ग्राम में स्वामी रामदेव और आचार्य बालकिशन के सानिध्य में नौ दिवसीय सन्यास दीक्षा महोत्सव का शुभारंभ किया गया। जिसमें 100 युवक-युवतियों को संन्यास की दीक्षा योग गुरु स्वामी रामदेव देंगे। साथ ही 500 युवक युक्ति ब्रह्मचर्य की दीक्षा पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण देंगे। सन्यास और ब्रह्मचर्य की दीक्षा लेने वाले छात्र छात्राओं को 9 दिनों तक ऋषि ग्राम में ही रहना होगा। और सन्यास ब्रह्मचर्य की दीक्षा लेनी होगी।

स्वामी रामदेव ने बताया की देश मे राम राज्य की प्रतिष्ठा हो, हिंदू राष्ट्र का गौरव हम देख सकें। इस पर ही लोग अभी विवाद किये हुए है। पतंजलि में सनातन धर्म को विश्व धर्म के रूप में, युग धर्म के रूप में प्रतिष्ठित करने के लिए संन्यासी दीक्षित हो रहे है। यह ऐतिहासिक पल है। संन्यास पाने वाले युवक और युवतियों के लिए ऋषिग्राम को बसाया गया है। नौ दिनों तक दीक्षा गृहण करने वाले युवक और युवतियां ऋषिग्राम में उपवास और उपासना करेंगे। यज्ञशाला में चारों वेदों का अनुष्ठान किया जाएगा। सभी युवक युवतियां नौ दिन ऋषिग्राम में रहेंगे। और दीक्षा प्राप्त करने के बाद यह संन्यासी भारत और भारतीयता का गौरव बढ़ाएंगे।

इस दौरान स्वामी रामदेव ने कहा की राम मंदिर की प्रतिष्ठा होगी। राम मंदिर के साथ यह देश का राष्ट्र मंदिर भी बने। साथ ही चरित्र का निर्माण हो, व्यक्तित्व का निर्माण हो और दिव्य नेतृत्व का निर्माण हो। जिस आकांशा के साथ लाखों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी उनके सपनों का भारत बनाने का कार्य हो रहा है। यह सनातन की प्रतिष्ठा और गौरव का कार्य हो रहा है। जो लोग राम विरोधी है, राष्ट्र विरोधी है उनमें हड़कंप मचा हुआ है की यह सनातन का गौरव कहा जा कर रुकेगा। राम मंदिर अपनी वैश्विक प्रतिष्ठा के साथ अपनी पूर्णता को प्राप्त करेगा।