नाबालिक किशोरी को किया सकुशल बरामद, अपहरण का आरोपित युवक भी आया गिरफ्त में

नाबालिक किशोरी को किया सकुशल बरामद, अपहरण का आरोपित युवक भी आया गिरफ्त में

हरिद्वार जनपद के लक्सर निवासी व्यक्ति द्वारा कोतवाली लक्सर पर शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए गांव के ही रहने वाले दूसरे समूदाय के युवक पर अपनी 15 वर्षीय नाबालिक बेटी को भगा ले जाने की शिकायत दी। प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली लक्सर पर मु0अ0सं0 186/25 धारा 137(2) के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया।
घटना के बाबत लक्सर कोतवाल द्वारा दी गई जानकारी को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा टीमों का गठन कर नाबालिक को जल्द सकुशल बरामद करने के निर्देश देते हुए सीआईयू रुड़की व हरिद्वार को टैक्निकल सपोर्ट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी।
लक्सर क्षेत्र में घटी इस अपहरण की घटना को लेकर आमजनों के बीच काफी रोष था। स्थानीय लोग किशोरी की सकुशल बरामदगी के साथ ही आरोपी पक्ष के खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कार्यवाही करने की मांग कर रहे थे।
ऐसे चौतरफा कार्यवाही के बीच स्वयं को संयत कर गठित पुलिस टीम ने आपस में तालमेल बनाकर कड़ी से कड़ी जोड़कर आरोपी युवक के छिपने वाले सम्भावित स्थानो पर तलाश के लिए दबिशे दी गयी। आरोपी के गन्ने के खेतो में व आस-पास क्षेत्रो में छिपे होने की सम्भावना पर गन्ने के खेतों में डॉग स्क्वॉड के साथ तलाशी अभियान चलाते हुए भारी पुलिस बल द्वारा कॉम्बिंग की गई। ड्रोन कैमरे की मदद से भी संभावित क्षेत्रों की निगरानी की गई।
पुलिस द्वारा युद्ध स्तर पर चलाए गए अभियान से परेशान होकर आरोपी गन्ने के खेतो से अपर्ह्ता को लेकर अन्य स्थानो पर भागने को मजबूर हुआ। एहतियात के तौर पर भागकर जाने वाले सम्भावित ठिकानों/मार्ग पर पूर्व से ही पुलिस टीमें लगायी गयी थी।
लगातार प्रयासों के बाद आखिरकार प्रकरण का अनावरण करने में सफलता हासिल करते हुए पुलिस टीम ने आरोपी वाजिद को बढकला फ्लाई ओवर के पास सहारनपुर मार्ग से दबोचने में कामयाबी हासिल की जब वह अपहृता संग जम्मू कश्मीर भागने की फिराक में था। टीम ने आरोपी के चुंगल से अपहृता को भी सकुशल बरामद किया हैं।
पुलिस की घेराबन्दी के कारण आरोपी डर कर गन्नो के खेतो में छिपा रहा तथा गन्नो के खेतो में पुलिस लगातार तलाशी अभियान के कारण अपहृता को लेकर पैदल-पैदल छिपते-छिपाते गन्नो के खेतो से होकर उक्त स्थानो तक पहुचा था। आरोपी का मकसद अपहृता को लेकर सुरक्षित वाहन (ट्रक आदि) के जरीए कश्मीर जाने का था।