चंद्रग्रहण का सूतक काल शुरू होने से पहले ही देश भर के सभी मंदिरों में इसका असर देखा जा रहा है। हरिद्वार में हरकीपौड़ी पर शाम होने वाली गंगा आरती दोपहर साढ़े 12 बजे हुई। गंगा आरती के बाद सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। हरिद्वार के मनसा देवी , चंडी देवी, दक्ष प्रजापति मंदिर के कपाट भी बंद कर दिए गए हैं। चंद्रग्रहण की समाप्ति के बाद सभी मंदिरों की साफ सफाई की जाएगी। जिसके बाद ही पूजा पाठ शुरू होगा। उधर हरकीपौड़ी पर हुई इस विशेष गंगा आरती में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। तीर्थपुरोहितों के अनुसार ग्रहण के सूतक काल में केवल मंत्रों का जाप किया जा सकता है। इसके अलावा ग्रहण के बाद सभी मंदिरों को गंगा जल से ढुलाई।कर नित क्रियाकलाप किए जाएंगे।
2025-09-07