पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अंतर्राज्यीय शातिर चोर गिरोह का हरिद्वार पुलिस ने किया पर्दाफाश,जैन मंदिर चोरी प्रकरण का किया सफल खुलासा,खुलासे में लगी पुलिस टीम को 5 हजार इनाम की घोषणा
कस्बा मंगलौर स्थित जैन समाज मंदिर में चोरों ने रात के समय चोरी कर मंदिर से लाखों रुपये की ज्वेलरी जैसे चांदी का छत्र, चांदी की ईंटें, चांदी का लोटा आदि व अन्य सामान चोरी कर लिया। घटना बेहद संवेदनशील थी जिस पर एसपी देहात, सीओ मंगलौर समेत तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाड को बुलाया गया। वहीं कोतवाली मंगलौर में मुकदमा अपराध संख्या 1168/24 धारा 305 डी, 324(4), 331(4) बीएनएस दर्ज किया गया।
धार्मिक स्थल से जुड़ी घटना होने के कारण जल्दी ही यह खबर आग की तरह फैल गई। स्थानीय समाज सहित जैन समुदाय में भारी आक्रोश था जिस कारण आएदिन पुलिस पर प्रकरण के शीघ्र खुलासे का दबाव था।
कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा सभी स्थानीय प्रमुखों से वार्ता कर उनको जल्द घटना के खुलासे का आश्वासन दिया और प्रतिदिन एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल क्षेत्राधिकारी मंगलौर विवेक कुमार व कोतवाली प्रभारी से बैठक कर मामले की जानकारी ली।

मामले की गंभीरता के दृष्टिगत कप्तान द्वारा कोई बढ़िया लीड मिलने पर टीम में लगे छोटे-से-छोटे कर्मचारी से भी सीधे वार्ता की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिसका सफल परिणाम सामने आया और एक बेहद शातिर अंतरराज्यीय गैंग को हरिद्वार पुलिस ने ट्रेस कर लिया।
कई दिनों की दिन-रात की मेहनत के बाद जांच में पाया कि मंदिर के पास एक स्कॉर्पियो कार और बिना नंबर की अपाचे मोटरसाइकिल पर दो संदिग्ध व्यक्ति देखे गए। उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। साथ ही जानकारी मिली कि पड़ोसी जिले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का रहने वाला शातिर चोर शेरखान मंदिरों में ही चोरी करने में एक्सपर्ट है व चोरी का इतिहास रखता है।
हरिद्वार पुलिस की दिनरात की मेहनत और मुखबिरों के बिछाए गए जाल में शातिर आरिफ पुत्र इकरामुद्दीन ग्राम निडोरी, थाना मसूरी, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को पुरकाजी उत्तर प्रदेश से दबोचा गया जिसके द्वारा बताया गया कि मंदिर से चोरी किया गया सामान हमने एक सुनार को दिया है जिसपर सुनार राजकुमार पुत्र रामकुमार चर्च कॉलोनी, मुरादनगर को भी पुरकाजी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। जिनके कब्जे से जैन मंदिर से चोरी किया गया भारी मात्रा में ज्वैलरी व कैश बरामद हुआ।
पूछताछ के दौरान इनसे हापुड़ उत्तर प्रदेश के मंदिर से एवं जनपद के थाना झबरेड़ा क्षेत्रांतर्गत गत्ता फैक्ट्री में हुई चोरी में संलिप्तता पाई गई। जिस बारे में विधिक कार्यवाही जारी है। अभियुक्त बेहद शातिर हैं और कई दिन तक उस स्थान की दिन में रैकी करते थे जहां चोरी करनी होती थी और उस स्थान (विशेषकर मंदिर) की सभी जानकारी कर लेते थे जैसे पुजारी के आने जाने का समय, भक्तजनों के आने-जाने का समय इत्यादि और फिर रात में उस स्थान के पिछले हिस्से से छत, रोशनदान या जाली काटकर अंदर घुसते थे और चोरी कर ले जाते थे, बाहर से सब कुछ वैसा ही दिखने के कारण सुबह किसी को देखकर एकदम से अंदेशा नहीं हो पता था कि यहां चोरी हुई है। तब तक इनको दूर भागने का पर्याप्त समय मिल जाता था। यह इतने शातिर थे कि चढ़ने उतरने का कहीं कोई निशान छोड़कर नहीं जाते थे सब कुछ प्राकृतिक दशा में ही रहता था। बेहद छोटे से रोशनदान को तोड़कर मंदिर में प्रवेश किया जाता था और ऐसा करने के लिए ग्रुप के सबसे पतले दुबले और लचीले व्यक्ति को ही मंदिर में चोरी के लिए प्रवेश करवाया जाता था और चोरी किया गया सामान सुनार राजकुमार उपरोक्त को बेचकर भारी मुनाफा कमाते थे। इनके द्वारा और किन-किन सुनारों को चोरी का सामान बेचा जाता था इन सब पर जांच अभी चल रही है।