सुदीक्षा सिंह का चित्रकारी विद्रोह के विषय पर बहुत लोगों को प्रभावित किया है। एक छात्रा के रूप में, उन्होंने अपने कैटेगरी में चयनित होने का गर्व प्रकट किया है। उन्होंने कहा है कि इस प्रतियोगिता में सफलता के लिए उनकी माँ का बहुत योगदान रहा है। इसके अलावा, वह बताती है कि उन्होंने खुद अपनी मेहनत से चित्रकला को बढ़ावा दिया है और वर्तमान में किसी भी प्रशिक्षण का उदाहरण नहीं है। इसमें कुछ उल्लेखनीय बातें हैं जो सुदीक्षा की सच्चाई और मेहनत को साबित करती हैं।
सुदीक्षा की सफलता पर उनके स्कूल के प्रधानाचार्य और मुख्य अध्यापिका ने बधाई दी है। इसके अलावा, उनके परिवार, शिक्षकों, परिजनों और मित्रों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। परिवार में खुशी के माहौल के बारे में भी बताया जा रहा है।
सुदीक्षा का यह सफलता प्रभावशाली है और यह उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक अच्छा प्रारंभ है। उम्मीद है कि वे अपनी चित्रकारी कौशल को आगे बढ़ाने के लिए और भी मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त करेंगी।