धर्म क्षेत्र के साथ शिक्षा क्षेत्र में भी ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी का योगदान महत्वपूर्ण-हरीश रावत

पुण्यतिथी पर संत समाज ने किया ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी को नमन
धर्म क्षेत्र के साथ शिक्षा क्षेत्र में भी ब्रह्मलीन देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी का योगदान महत्वपूर्ण-हरीश रावत

ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज की 20वीं पुण्यतिथी श्री जयराम आश्रम के आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज के संयोजन व सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में समारोह पूर्वक मनायी गयी। पुण्यतिथी समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने धर्म क्षेत्र के साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान किया। सनातन धर्म संस्कृति और समाज की सेवा में ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। हरीश रावत ने कहा कि स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी जिस प्रकार अपने गुरूदेव के सेवा कार्यो को आगे बढा रहे हैं। उससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि संत महापुरूष पूरे समाज के लिए वंदनीय हैं। संतों के आशीर्वाद से ही जीवन को सार्थकता प्राप्त होती है। सनातन धर्म संस्कृति के विलक्षण विद्वान ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायी है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी विद्वान संत और संत समाज के प्ररेणा स्रोत थे। जयराम आश्रम के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वप ब्रह्मचारी महाराज ने सभी संत महापुरूषों और अतिथीयों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरू ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। वे सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरू के रूप ब्रह्मलीन स्वामी देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। पूज्य गुरूदेव की शिक्षाओं और गुरू परंपरांओं का पालन करते हुए आश्रम की सेवा संस्कृति को आगे बढ़ाना ही उनके जीवन का लक्ष्य है।