हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भीषण हादसा होने के बाद जिला प्रशासन हरकत में है। एक ओर जहां हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मनसा देवी और चंडी देवी मंदिर में व्यवस्थाओं को बनाने के लिए निरीक्षण किया, तो वहीं दूसरी ओर मंगलवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने चंडी देवी मंदिर और मनसा देवी मंदिर प्रबंधन के साथ मीटिंग की।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने हरिद्वार के दोनों ओर पहाड़ों पर स्थित प्राचीन मंदिरों की चढ़ाई को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए 2 बेड की टेंपररी डिस्पेंसरी बनाने की बात कही। जिससे चढ़ाई कर आ रहे श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन और लाइफ़ सेविंग मेडिसिन तुरंत उपलब्ध कराई जा सके।
मंदिर प्रबंधन के साथ हुई मीटिंग में सेफ्टी ऑडिट और भीड़ प्रबंधन को लेकर व्यापक योजना बनाई गई। भविष्य में दोनों मंदिरों में किसी तरह की भगदड़ और दुर्घटना की आशंका ना हो इसके लिए मंदिर मार्गों पर वन वे व्यवस्था लागू की जाएगी। साथ ही रास्ते में टॉयलेट्स और रेस्ट पॉइंट बनाए जाएंगे। उसके साथ मंदिर परिसरों में बिजली के कनेक्शन का ऑडिट किया जाएगा और अवैध कनेक्शनों को बंद किया जाएगा। इसके साथ ही दोनों मंदिर परिसर और परिसर के बाहर पसरे अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन अभियान के तहत कार्रवाई करने जा रहा है।












