शीतकाल के लिए बंद हुए श्री बद्रीनाथ जी धाम के कपाट,
सेना के बैंड की धुनों और बदरी विशाल जी के जयकारो के साथ बन्द हो गए भू बैकुंठ नगरी श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट, श्री बदरी विशाल जी को मुख्य पुजारी रावल द्वारा ओढ़ाया गया आस्था और आत्मीयता से बुना गया घृत कंबल।
ठीक रात्रि 9 बजकर 7 मिनट पर हुए विधि विधान से कपाट बंद।
2024-11-18