ब्रह्मलीन स्वामी वागीश्वरानंद जी के जीवन का अद्भुत संवाद और उनकी अद्वितीय धार्मिक यात्रा ने अनेकों को प्रेरित किया -श्रीमहंत रविंद्रपुरी

हरिद्वार


उन्होंने त्याग, तपस्या और सेवा के माध्यम से अपने गुरु के अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाया और समाज के लिए अपना जीवन समर्पित किया। उनके विचार और शिक्षाएं सदैव प्रासंगिक रहेंगी। उनकी पुण्य स्मृति को श्रद्धासुमन से अर्पित किया गया।

इस अवसर पर अनेक संत महापुरुषों और श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया और फूलमाला पहनाई। उनके जीवन की अद्वितीय यात्रा ने समाज को धार्मिक और आध्यात्मिक दिशा में मार्गदर्शन किया। उनके योगदान को सदैव स्मरणीय रहेगा।

इस अवसर पर उनके शिष्यों और अन्य संतों ने उनकी महिमा को याद किया और उनके जीवन के उद्देश्य को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। उनके जीवन का लक्ष्य धर्म, अध्यात्म और मानव कल्याण में समर्पित रहा।

इस अवसर पर उनके अतिथियों ने उनका स्नेह और सम्मान व्यक्त किया और उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को साझा किया। उनके योगदान से समाज को अनमोल शिक्षाएं मिलीं।

महंत ऋषिश्वरानंद महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरूजनों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए उनके अधूरे कार्यो को आगे बढ़ाना तथा आश्रम की सेवा संस्कृति का विस्तार करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत शिवम महाराज, महंत मनोजानंद, राजेश रस्तोगी, डा.विशाल गर्ग, पुरूषोत्त्म शर्मा, सत्यनारायण शर्मा आदि ने सभी संत महापुरूषों और अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर स्वामी यतिन्द्रानंद, स्वामी गर्व गिरी, महंत जसविन्दर सिंह, स्वामी प्रबोधानंद गिरी, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, भक्त दुर्गादास, महंत रूपेंद्र प्रकाश, महंत विष्णु दास, महंत रघुवीर दास, महंत सूरजदास, महंत शुभम गिरी, महंत दुर्गादास, स्वामी शिवानंद भारती, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि, स्वामी दिनेश दास, स्वामी राममुनि, महंत सुतिक्ष्ण मुनि, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल,राजीव चैधरी, हाजी नईम कुरैशी, संजीव चैधरी आदि सहित बड़ी संख्या में संत व श्रद्धालु मौजूद रहे।