उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की बैठक जनपद हरिद्वार में की गई,प्रदेश महामंत्री श्रीमती ममता बदल के नेतृत्व में शहर परियोजना कार्यालय में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं एकत्रित हुई। शहर अध्यक्ष सारिका शर्मा द्वारा बताया गया कि परियोजना में ऑडिट चल रहा था जिसका की सभी बहनों ने आज विरोध किया गया, सभी के हस्ताक्षर से परियोजना अधिकारी को , ऑडिट को रोकने के लिए पत्र दिया गया। और कहा कि जब तक कार्य बहिष्कार चल रहा है कोई भी विभागीय या गैर विभागीय कार्य नहीं किया जाएगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय परियोजना में सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके बाद प्रदेश महामंत्री द्वारा ममता बादल ने सभी कार्यकर्ताओं की बैठक ली बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सुशीला खत्री द्वारा की गई, बैठक का संचालन शहर कोषाध्यक्षआशा कांडपाल द्वारा किया गया, उन्होंने कई बिंदु पर चर्चा की जैसे, प्रदेश में चल रहे कार्य बहिष्कार के संबंध में, बहनों को अपनी जिम्मेदारी निभाई है,सरकार एवं शासन स्तर पर वार्ता निर्धारित, निष्क्रिय चल रहे पदाधिकारी पर विचार, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं का विभिन्न तरह से उत्पीड़न विभागीय उत्पीड़न,एवं 30 अक्टूबर को सचिवालय कूच की तैयारीयो पर चर्चा, आदि पर सभी ने अपने सुझाव दिए, प्रदेश महामंत्री ममता बादल ने कहा कि 27 सितंबर2025 की बैठक में उच्च अधिकारियों ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्य को 24 घंटे का समय बताया, जिसका की सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने रोष जताया, ममता बादल ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने विभाग के अलावा अन्य विभागों के कार्य में भी सहयोग दे रहे हैं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को न श्रम कानून का लाभ मिल पा रहा है ना ही सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल पा रहा है ।राज्य सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का शोषण करती आ रही है उनके साथ बंधवा मजदूर जैसा व्यवहार करती आ रही है। राज्य की प्रदेश की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ की माँग हे की उनको शासकीय सेवाओं में नियमित किया जाए, और उनकी मानदेय वृद्धि की जाए। 13 अक्टूबर से प्रदेश में सभी बहने कार्य बहिष्कार पर हैं और अपनी बात को पुरजोर तरीके से सरकार के सामने रखने के लिए 30 अक्टूबर 2025 को , प्रदेश स्तरीय रैली के माध्यम से सचिवालय कुछ करेंगे। सुशीला खत्री ने सभी बहनों से आह्वान किया कि,30 अक्टूबर को होने वाली रैली को आप सभी सफल बनाएं ।उन्होंने अन्य संगठन की बहनों से भी अनुरोध किया कि आंगनबाड़ी के हक की लड़ाई में सभी लोग सामूहिक रूप से आगे आकर सहयोग करें। जिला अध्यक्ष कविता चौधरी ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मचारीयो के हक में माननीय उच्चतम न्यायालय ने फैसला सुनाया था कि,पेमेंट आफ ग्रेच्युटी एक्ट के प्रावधान के अनुसार, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं इसको पाने की हकदार हैं ,वह मानदेय कर्मचारी नहीं बल्कि शासकीय कर्मचारी हैं यह जजमेंट राज्य सरकार अभी तक अमल में नहीं लाई है।
इस मौके पर आशा कांडपाल, उषा सैनी, रुक्मणी खरे, सारिका शर्मा, सुधा शर्मा उर्मिला प्रेम गिरी, सोनिया खत्री, सरिता दुबे, सयोगिता, प्रतिभा राय, अंजू रानी शिखा शर्मा रंजना उपस्थित रहे।
2025-10-25











