काशी उज्जैन की तर्ज पर हरकी पैड़ी पर कॉरिडोर बनाने का किया विरोध

288 कर्मचारियों की बर्खास्तगी आर्टिकल 14 समानता अधिकार का उल्लंघन,काशी उज्जैन की तर्ज पर हरकी पैड़ी पर कॉरिडोर बनाने का किया विरोध हरिद्वार

पूर्व केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सुब्रमण्यम स्वामी उत्तराखंड सचिवालय से बर्खास्त हुए 228 कार्मिकों की पैरवी करेंगे। सुब्रमण्यम स्वामी ने कर्मचारियों की बर्खास्तगी को आर्टिकल 14 समानता अधिकार का उल्लंघन बताया है। कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए सुब्रमण्यम स्वामी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। साथ ही सुब्रमण्यम स्वामी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से कर्मचारियों को अपने स्तर से बहाल करने की मांग की है।

रविवार को सुब्रमण्यम स्वामी ने हरिद्वार के पंडित अटल बिहारी वाजपई राज्य अतिथि गृह पहुंच कर पत्रकारों से वार्ता की। वार्ता के दौरान सुब्रमण्यम स्वामी ने बताया की वह 228 लोगों के जीवन की रक्षा करने के लिए कदम उठाएंगे। कर्मचारियों को बहाल करने के लिए मुख्यमंत्री धामी को चिट्ठी लिखी है। इस मामले में मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल करने का अधिकार है। न्यायालय में सरकार हार जाएगी ऐसा मुझे विश्वास है। पहले भी मैं भाजपा का विरोध कर चुका हूं। उस समय भी भाजपा झुकी थी। मैं नही झुका था। सीएम बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल नही करते है। तो मैदान में जंग ए एलान है। ईश्वर से कामना है। कि भाजपा सरकार को सद्बुद्धि आए। एक ही संस्थान में एक ही प्रक्रिया से नियुक्ति पाए कार्मिकों की वैधता में दो अलग-अलग निर्णय कैसे हो सकते है। कुछ लोगों की नियुक्ति को अवैध बताने के बाद भी बचाया गया है। कुछ लोगों को अवैध करार कर भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाकर बर्खास्त भी कर दिया गया। अगर नियुक्तियों में नियमों का उल्लंघन हुआ है। तो वह उत्तराखंड राज्य गठन के बाद से ही हुआ है। लेकिन यह कहां का न्याय है। की वर्ष 2001 से 2015 की नियुक्ति को संरक्षण दिया जा रहा है। और वहीं वर्ष 2016 से वर्ष 2022 तक के कार्मिकों को 7 वर्ष की सेवा के उपरांत एक पक्षीय कार्यवाही कर बर्खास्त किया गया है।

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि उन्हें हरिद्वार पहुंच कर पता चला है कि हरकी पैड़ी कॉरिडोर को विकसित करने की योजना पर कार्य चल रहा है। हरकी पैड़ी कॉरिडोर का विरोध किया जाएगा। कॉरिडोर विकसित करने से हरिद्वार की सुंदरता बिगड़ जाएगी। वाराणसी में कॉरिडोर विकसित किया गया था। वहां के लोग आज भी दुखी है। विकास के नाम पर मंदिरों को तोड़ा गया। लोगों के निर्माण तोड़ दिए गए। मुख्यमंत्री धामी अपने अधिकारियों को समझाए की कॉरिडोर विकसित करने से कुछ नही होगा।

वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार दौरे पर रहे जहां उन्होंने काशी और उज्जैन की तर्ज पर धर्मनगरी हरिद्वार की हर की पौड़ी पर कॉरिडोर बनाने की बात कही सीएम धामी ने कहा मंत्रिमंडल ने यह निर्णय लिया है। काशी कॉरिडोर की तर्ज पर हर की पौड़ी कॉरिडोर बनाया जाएगा इसके लिए एक डीपीआर तैयार की जाएगी और सभी के सहयोग से एक दिव्य हरिद्वार नया हरिद्वार का काम प्रारंभ होगा।