पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली ने परिसीमन को बताया गलत

हरिद्वार

पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव अफाक अली ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत सलेमपुर में लगभग बीस हजार वोटर हैं। साथ की ग्राम पंचायत दादूपुर गोविंदपुर है। जिसमें यह पता नहीं चलता कि सलेमपुर कौन सा है और दादूपुर कौन सा है। भौगोलिक आधार पर नियमानुसार वर्ष 2015 में सलेमपुर जिला पंचायत नंबर तीन बनायी गयी थी। नियमानुसार ग्राम पंचायत के वार्डों की शुरूआत पूर्वी उत्तर से की जाती है, जो बहुत वर्षो से सही चली आ रही थी परंतु अब उनमें हेरफेर कर क्षेत्र पंचायत बनाए गए हैं। राव आफाक अली ने कहा कि क्षेत्र पंचायतों में हेरफेर करके सलेमपुर नंबर तीन की जिला पंचायत का नाम ही समाप्त करके सलेमपुर ग्राम पंचायत के दो टुकड़े कर दिए गए हैं। जो नियम व भौगोलिक आधार के विरूद्ध है। बताया कि एक टुकड़े को बहादराबाद में व दूसरे टुकड़े को बोंगला में जोड़ा गया है। जबकि ग्राम पंचायत सलेमपुर बहादराबाद व बोंगला दोनों ग्राम पंचायतों से भी दोगुनी जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत है। नियमानुसार बड़ी ग्राम पंचायत के नाम से ही जिला पंचायत सीट का नाम रखा जाता है। जो पहले सलेमपुर था। राव अफाक अली ने पूर्व की भांति भौगोलिक आधार व नियमानुसार पूर्वी उत्तर से ग्राम पंचायतों के वार्डो को शुरू करके बनाये जाने की मांग की। जिससे क्षेत्र पंचायत के दोनों वार्ड भी पूर्वी उत्तर से शुरू करके रोशनाबाद व सलेमपुर के आधे भाग को मिलाकर एक क्षेत्र पंचायत व सलेमपुर दादूपुर गोविंदपुर को मिलाकर दूसरे क्षेत्र पंचायत का गठन किया जाना नियमानुसार सही होगा। उन्होंने कहा कि दोनों क्षेत्र पंचायतों को मिलाकर पूर्व की भांति सलेमपुर नाम की जिला पंचायत सीट को बहाल रखा जाए। उन्होंने कहा कि मनमर्जी तरीके से किया गया परिसीमन गलत है।