संजय कुँवर
पुलों के टेन्डर न होने से देव ग्राम सहित कल्प घाटी के आधा दर्जन गाँव खतरे की जद में,जान जोखिम में डाल कर ग्रामीण एवं पर्यटक कर रहे कल्प घाटी की सड़कों में आवाजाही, पंचम केदार कल्पनाथ की सड़क पर वाहन चलाना हुआ मुश्किल,बरसाती नालों में पुल नही बनने से देवग्रांम गाँव खतरे कि जद में,
पंचम केदार कल्पेश्वर महादेव को जोडने वाली ल्यांरी कल्पेश्वर मोटर मार्ग बरसात में अक्सर बंद हो जाती है भले ही ल्यांरी कल्पेश्वर मोटर मार्ग पर डामरीकरण हो चुका हो पर लेकिन धोपा गदेरे एवं नोठ गदेरे पर पुलों के टेन्डर न होने के कारण ग्रामीणों एवं पर्यटकों को पंचम केदार कल्पेश्वर दर्शन के लिए मुश्किलों का सामना करना पड रहा है,आप इन तस्वीरों में देख सकते है की कैसे तीर्थ यात्री और ग्रामीण इन बरसाती नालों को बमुश्किल पार कर रहे है,यही नही नोट गदेरे एवं धोपा गदेरे के उफान में किस तरह वाहन जद्दोजहद कर रहे है, यहाँ कभी भी बड़ी घटना हो सकती है,वर्ष 2013 की जल आपदा में भी नोट गदेरे में आयी तबाही के कारण देवग्रांम सहित कई गाँव के ग्रामीणों की सैकड़ों नाली जमीन बह गयी थी नोट गदेरे के समीप पीएमजीएसवाई एडीबी ने बडा गड्ढा बनाकर छोड दिया है अब तक सुरक्षा दिवार नही बनायी गयी जो कि देवग्राम के लिए मुश्किलें खडी़ कर सकती है, नोट गदेरा हर दिन उफान पर है अधिकांश जगह सुरक्षा दिवार न होने के कारण लोगों के खेत बर्बाद हो रहे है जबकि कई बार पीएमजीएसवाई एडीबी को भी अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन हालत जस के तस बने है,