
शंकराचार्य परिषद के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप के अनुसार देश की चारों पीठों पर बैठे शंकराचार्य अब वयोवृद्ध हो चले हैं। ऐसे में इन चारों पीठों पर योग्य युवा की नियुक्ति होनी चाहिए
हरिद्वार में शाम्भवी धाम में आज शंकराचार्य परिषद की ओर से अंतरराष्ट्रीय युवा परिषद के प्रथम सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने शिरकत की। शंकराचार्य परिषद धर्म के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए जगह जगह इस तरह के आयोजन कर रही है। जिसमे देवभूमि हिमालय को गैर हिंदुओं से मुक्त करने और हिन्दू धर्म को और मजबूत करना शामिल है। शंकराचार्य परिषद जल्द ही देश भर की चारों शंकराचार्य पीठ पर युवा संतो को बैठायेगी। शंकराचार्य परिषद के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप के अनुसार देश की चारों पीठों पर बैठे शंकराचार्य अब वयोवृद्ध हो चले हैं। ऐसे में इन चारों पीठों पर योग्य युवा की नियुक्ति होनी चाहिए और इसकी तैयारी शुरू हो गई है। अखाड़ा परिषद में भी युवा संतों की बड़ी भागीदारी की शंकराचार्य परिषद ने वकालत की है। वही आनंद स्वरूप महाराज ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पद को लेकर चल रही उठापटक को देखते हुए कहा निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्रपुरी महाराज को अध्यक्ष चुने जाने पर हमारा पूर्ण समर्थन है। वही महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रवींद्रपुरी महाराज को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाने की बात कही।