मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शंकराचार्य को मिली भूमि, भूमि पूजन कर धर्मध्वजा की स्थापित
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के आदेश के बाद हरिद्वार महाकुंभ मेले में पहले शिविर की स्थापना की गई हरिद्वार के नीलधारा गंगा किनारे चंडी टापू पर शंकराचार्य नगर की विधिवत शुरुआत की गई शंकराचार्य मठ की पूरे विधि विधान के साथ धर्म ध्वजा स्थापित की गई कार्यक्रम में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज समेत बड़ी संख्या में साधु संत शामिल हुए।
शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि स्वरूपानंद सरस्वती महाराज हरिद्वार महाकुंभ मेले के लिए प्रस्थान कर चुके हैं शंकराचार्य का शिविर नीलधारा के पास लगाया गया है आज विधिवत पूजा अर्चना कर धर्म ध्वजा की स्थापना की गई है इनका कहना है कि 26 मार्च को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती हरिद्वार आ जाएंगे और 8 अप्रैल को शंकराचार्य नगर में बने उनके पंडाल में प्रवेश करेंगे यही कथा भागवत और उनके प्रवचन को श्रद्धालु सुन सकेंगे एक महीने तक यहां पर सभी धार्मिक गतिविधियां चलती रहेंगी कुंभ मेले की विधिवत शुरुआत आज से हो गई है
कुंभ मेले में पहले शंकराचार्य शिविर की आज विधिवत पूजा अर्चना कर धर्म ध्वजा स्थापित की गई इसको लेकर साधु संतों में भी काफी खुशी का माहौल देखने को मिला शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती मार्च में हरिद्वार प्रस्थान करेंगे और अप्रैल में इस शिविर में पहुंचेंगे यहीं से शंकराचार्य द्वारा बाहर से आने वाले उनको श्रद्धालुओं को प्रवचन दिए जाएंगे