क्या किसी ने इस रूप में भी देखा कभी मंत्री जी को
वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने रुद्रप्रयाग से पौड़ी जाते समय श्रीनगर के पास जैसे ही जंगलो में लगी आग को देखा तुरंत ही आग बुझाने के लिए स्वयं चल पड़े। जंगल की इस भीषण आग में अपनी जान की परवाह न करते हुए आग को बुझाने का काम करने लगे और मंत्री जी घंटों मशक्कत के बाद आग को काबू पाने में सफल हुए।
यह रूप डॉ हरक सिंह रावत को सबसे अलग करता है पहले भी मंत्री जी के इसी प्रकार के साहसिक किस्से सामने आ चुके है । केदारनाथ की आपदा में जब सब लोग आपदा स्थल पर जाने से कतरा रहे थे तब डॉ हरक सिंह रावत ने अपनी जान की परवाह न करते हुए लाखो लोगों को बचाने का कार्य किया था ।