गुलदार का शावक हुआ पिंजरे में कैद-देखें वीडियो

रायवाला

श्यामपुर खदरी ग्रामीण क्षेत्र में वन विभाग ने तीन महीने बाद मादा गुलदार के दूसरे शावक को भी कैद कर लिया । सुबह तड़के पिंजरे में कैद शावक को देखने के लिए मौके पर लोगों की खासी भीड़ जुटी गई। इसबीच वनकर्मियों ने मौके से पिंजरें में कैद शावक को शिफ्ट कर घने जंगल में छोड़ा।
बुधवार सुबह ग्रामसभा खदरी खड़कमाफ अंतर्गत चोपड़ा फार्म के मोटा प्लाट एरिया में वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में गुलदार का शावक कैद होने की सूचना जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य व समाजसेवी विनोद जुगलान ने वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एम एस रावत को दी। उधर गुलदार के पिंजरे में कैद होने की खबर लगते ही आसपास की भीड़ गुलदार को देखने के लिए मौके पर जुट गयी। इस दौरान वनकर्मियों ने मौके पर पहुँच कर पिंजरे में कैद गुलदार को सुरक्षित रेंज कार्यालय शिफ्ट कर उसका स्वस्थ्य परीक्षण कराया। स्वस्थ पाए जाने पर उसे घने जंगल मे छोड़ दिया है।
बतातें चलें कि तीन महीने पहले 17 सितंबर को श्यामपुर क्षेत्र में दहशत का कारण बनी छह साल की मादा गुलदार को पकड़ा था। जिसके साथ दो शावक भी देखे गए थे। लेकिन उस दिन शावक पकड़ में नहीं आए। इसके बाद वनविभाग ने शावकों की तलाश में अलग-अलग जगह पिंजरे लगाए। 21 सितंबर को मादा गुलदार का एक शावक पिंजरे में कैद हुआ। जिसकी उम्र एक साल के करीब थी।
ऋषिकेश वनरेंज अधिकारी महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि गुलजार फार्म क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार की दहशत बनी हुई थी। मादा गुलदार और उसके एक शावक के पकड़े जाने के बाद भी एक अन्य शावक क्षेत्र में सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी। जिसे पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए थे। बताया कि एक साल का यह शावक स्वस्थ है। शावक गुलदार को घने जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया है। इस दौरान वन विभाग की रेस्क्यू टीम के वन दरोगा स्वयम्बर दत्त कण्डवाल, वन आरक्षी राजेश बहुगुणा, वनकर्मी जितेंद्र रावत, अनिल रावत शामिल थे। इस दौरान पर्यावरणविद विनोद जुगलान, संजय रावत, सूरज कुमार, मनोज कुमार, सुरेश कुमार, स्थानीय निवासी, संदीप रानाकोटी, श्याम मुंडेपी, राम स्वरूप, शंकर गैरोला, गणेश बिजल्वाण, अखिल भण्डारी आदि मौजूद रहे।