देवस्थानम बोर्ड भंग होने के फैसले का संत समाज ने किया स्वागत

देवस्थानम बोर्ड के फैसले का संत समाज ने किया स्वागत

हरिद्वार ब्यूरो

उत्तराखंड सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड भंग कर दिया गया है। धर्मनगरी हरिद्वार के साधु संतों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत तो किया वहीं यह भी कहा की सेंट्रल में कृषि बिल और राज्य में देवस्थानम बोर्ड के फैसले पर सरकार बैकफुट पर आई है।

मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि भाजपा सरकार जनहित के निर्णय लेती है। देवस्थानम बोर्ड भंग होने से तीर्थ पुरोहितों के साथ ही साधु संतों को बहुत लाभ होगा। भाजपा सरकार हमेशा से ही जनहित के निर्णय लेती है। जिस तरह से इस सरकार ने पहले कृषि कानून और अब देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का बड़ा निर्णय लिया है। निश्चित रूप से आने वाले चुनाव में भाजपा को इसका लाभ होगा। आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी व ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि वह भी सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हैं। सरकार ने सही समय पर यह निर्णय लिया है। यदि सरकार इस बोर्ड को भंग नहीं करती तो भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते।  जहां जहां पर भी राज्य सरकार इस तरह के निर्णय ले रही है उन सरकारों को भी मठ मंदिर अधिग्रहण के फैसले वापस लेने चाहिए।