वन सुरक्षा कर्मी जयेन्द्र रमोला से मिले

रायवाला ब्यूरो रिपोर्ट

उत्तराखण्ड सरकार राजाजी पार्क में रखे गये वन सुरक्षा श्रमिक अपनी नौकरी को ठेकेदारी में समाहित किए जाने व मासिक वेतन में कटौती किए जाने की समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला से मिले।

रविवार को सरकार द्वारा राजाजी पार्क में प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से रखे गए वन सुरक्षा कर्मीयों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला से मुलाकात कर समस्या समाधान करवाने की माँग की। कर्मियों की समस्या को सुनते हुए कहा कि वन श्रमिक जो कि कैम्पा व नमामी गंगे योजना के अन्तर्गत वन विभाग के राजाजी पार्क में कार्य कर रहे हैं उनके हितों पर विभाग द्वारा कुठाराघात किया जा रहा है। जहां सरकार रोज़गार देने की बात करती हैं वहीं सरकार वर्षों से कार्यरत वन श्रमिकों को ठेकेदार के हवाले कर व उनकी मासिक वेतन में कटौती कर उनके अधिकारों का हनन कर रही है, जो कि न्यायोचित नहीं है, कहीं ना कहीं वन विभाग द्वारा वन सुरक्षा श्रमिकों का उत्पीडन कर उनको नौकरी से हटाने की योजना पर कार्य कर रही है। विभाग में राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित के अन्तर्गत दैनिक वेतन श्रमिक व न्यायालयों के आदेशों के आच्छादित श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान किया जा रहा है। पारिश्रमिक के अन्तर्गत विभिन्न आउटसोर्स संस्थाओं जैसे उपनल, ग्लोबल, उज्जवल आदि के माध्यम से रखे गए आउसोर्स श्रमिकों की पारिश्रमिकी का भुगतान किया जाता है। वन सुरक्षा श्रमिक की पहले न्यूनतम आय 8200 प्रति माह है और उसमें प्रति माह साप्ताहिक अवकास है। लेकिन भाजपा सरकार द्वारा वन विभाग की बागडोर निजी कंपनी को सौप दिए जाने से दैनिक वेतनभोगी वन कर्मीयों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है । जबकि प्रभावित वन सुरक्षा श्रमिक बहुत अपना जीनव जोखिम में डाल कर बाघ, हाथी एवं अन्य जंगली जानवरों से अपने को बचते हुए वन सम्पदा व वन्यजीवों की रक्षा, सुरक्षा करते हैं।
रमोला ने कहा कि हम इस दुर्व्यवहार का विरोध करते है और सम्पूर्ण कांग्रेस पार्टी प्रभावित कर्मियों के साथ खड़ी है। जल्द ही इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर इस समस्या को प्रदेश स्तर पर उठायेंगे और वन सुरक्षा श्रमिकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे ।
इस मौके पर भगवती प्रसाद चमोली, रवि थापा, हरकेश सिंह, देवेंद्र, करन, संतराम, सुरेंद्र, लवीश, हरिराम, भोपाल, रमेश, उत्तम सिंह, बलवीर, तारा चंद, धर्म सिंह, प्रेम, पिंकी, खेमचंद, रोहित, पंकज, प्रमोद , सुनील, प्रीति नेगी व अवशेष नेगी मौजूद थे।