पूरे विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया गया।
धर्मनगरी हरिद्वार कुम्भ के रंग में सराबोर है। बड़ी संख्या में साधु संतो ने हरिद्वार में डेरा जमा लिया है। गुरुवार को पाँच संतो का पूरे विधि विधान और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया गया। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज ने उत्तराखंड के वीरेंद्रानंद, गुजरात की साध्वी जय अम्बा और हरियाणा के कर्णपुरी समेत पांच संतो का महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया। पट्टाभिषेक कार्यक्रम में जूना अखाड़े के अंतराष्ट्रीय संरक्षक हरिगिरि महाराज समेत बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे।
इस दौरान अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े में पाँच संतो का जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया गया है, ये सभी संत देश दुनिया सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करेंगे और आज पट्टाभिषेक होने के बाद उन्हे अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है। वही श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत नारायण गिरी महाराज ने बताया कि अखाड़े में जो संत विद्वान होते है उसके आचरण और सनातन धर्म के ज्ञान के आधार पर आचार्य महामंडलेश्वर बनाये जाते है। ये सभी संत समाज मे जाकर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करते है।