प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। कोरोना की आड़ में कुछ लोग मानवता को शर्मसार करने में लगे हुए है। हरिद्वार की कनखल थाना पुलिस ने रेमडिसिवर इंजेक्शन की खरीद फरोख्त के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये चारों लोग एक निजी अस्पताल के नाम से पर्ची बनाकर मेडिकल स्टोर से रेमडिसिवर इंजेक्शन खरीदते हुए पाए गए है। मेडिकल स्टोर संचालक की सूझबूझ से पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मामला हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र का है जहाँ सुनील कुमार नाम का एक व्यक्ति मेडिकल स्टोर पर रेमडिसिवर इंजेक्शन खरीदने गया। आरोपी सुनील के पास योग माता पायलट बाबा हॉस्पिटल की पर्ची भी थी। पर्ची में कनखल निवासी प्रीति गुप्ता और खुर्शीदा नाम की दो महिलाओं को कोरोना पेशेंट दिखाया गया था। मेडिकल स्टोर संचालक को सुनील कुमार पर शक हुआ और उसने तुरंत ही नजदीकी कनखल थाने को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती मौके पर पहुँचे। सख्ती से पूछताछ करने पर सुनील कुमार ने बताया कि वो रानीपुर मोड़ स्थित जीवन रक्षक ब्लड बैंक में काम करते है। ये इंजेक्शन लेने के लिए उसे जगवीर सिंह ने भेजा है, जो जीवन रक्षक ब्लड बैंक का मैनेजर है। पुलिस की जांच में सामने आया कि जिन महिलाओं के नाम पर रेमडिसिवर इंजेक्शन खरीदे जा रहे थे वो अस्पताल से ठीक होकर डिसचार्ज भी हो चुकी है। पुलिस ने इन मामले में सुनील कुमार, जगवीर सिंह, योगमता पायलट बाबा हॉस्पिटल के प्रबंधक और डॉ अखिलेश के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया और जेल भेज दिया है। पुलिस द्वारा इस मामले की जाँच जारी है।